"अनमोल - वचन"
" हर सांस में हो सुमिरन तेरा
यूं बीत जाये जीवन मेरा "
प्रभु आदिनाथ चरणों में शत् - शत् प्रणाम हो
मेरे जीवन के स्वामी तुम एक धाम हो...
"णमोकार मंत्र"
एक ऐसा महामंत्र है
जिसे बड़े से बड़े
आचार्य, मुनिराज, म.सा.
यहाँ तक की तीर्थंकरों
ने जपा है ...
ऐसे महामंत्र के होते
क्या किसी मंत्र की
जरूरत है ???
" जय जिनेन्द्र "
"बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ" ...
निजलीन परम स्वाधीन बसों
प्रभु तुम सुरम्य शिवनगरी में
प्रतिपल बरसात गगन से हो
रस पान करो शिव गगरी से...
"आज का सुविचार"
" जीव - दया "
नीचे देखकर चलो,
जीवों की दया पालना सीखो...
" अनमोल वचन "
" प्रभु - दर्शन "
।। प्रभु दर्शन सुख सम्पदा, प्रभु दर्शन नव निध
प्रभु दर्शन थी पामिये, सकल पदारथ सिद्ध ।।
"धन्य है दिगम्बर मुनिराज"
हो अर्ध निशा का सन्नाटा
वन में वनचारी चरते हों
तब शान्त निराकुल मानुष तुम
तत्वों का चिंतन करते हो।
अहो भाग्य हैं हमारे जो हमें आज इस
दुखमा काल में भी दिगम्बर मुनिराजों
के दर्शन हो रहे हैं...
धन्य है ये महाव्रतों का पालन,
धन्य है ये मुनिदशा ...
🙏🙏🙏
" श्री सम्मेदशिखर जी दर्शन "...
तेरी याद से शुरू होती है
मेरी हर सुबह ...
🙏🙏🙏
" अनमोल - वचन "
मोक्ष के रास्ते
कभी बन्द नहीं होते
अक्सर लोग
हिम्मत हार जाते हैं।
" जीव - दया "
इंसान मांसाहारी क्यों ?
शा - शान्ति
का - कारक
हा - हानि
र - रहित
" शाकाहार अपनाइए "...
🙏🙏🙏
No comments:
Post a Comment