"सुविचार"
"इंसान" एक दुकान है
और "जुबान" उसका ताला।
ताला खुलता है,
तभी मालुम होता है कि,
दुकान "सोने" की है
या "कोयले" की।
बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ...
मेरे ईश्वर
मुझे किसी और को मतलबी
कहने का क्या हक है
मै तो खुद तुझे मुसीबतों
में याद करता हूँ.
"अनमोल वचन "
दवा जेब में नहीं परंतु
शरीर में जाए तो असर होता है,
वैसे ही अच्छे विचार मोबाइल में नहीं,
ह्रदय में उतरें तो जीवन सफल होता है!
"आज का विचार"
क्या ज़रूरत है दिया सलाई की...
यहाँ आदमी आदमी से जलता है ...
"अनमोल वचन "
जीते जी के झगड़े हैं,
यह तेरा है यह मेरा है
चले गए दुनिया से,
तब तेरा है न मेरा है !
"आज का सुविचार"
ज़िन्दगी के इस रण में
खुद ही "कृष्ण"और
खुद ही "अर्जुन" बनना पड़ता है
रोज़ अपना ही सारथी
बनकर जीवन की
महाभारत को लड़ना पड़ता है।
" सुप्रभात "
"सुविचार"
मौन एक साधना है!
किन्तु
सोच - समझ कर बोलना
एक कला है!!
" सत्य वचन "
उम्मीद पर वो सारा जीवन काट लेता है।
आंसू के कतरों से मुस्कान छांट लेता है।।
अमीरों की भूख है जो कभी कम नहीं होती।
गरीब आधा निवाला भी मगर बांट लेता है।।
" आज का सुविचार "
जीवन में बहुत सी
मुश्किलें आयेंगी, लेकिन
कभी शिकायत मत करना
क्योंकि भगवान
ऐसा डायरेक्टर है
जो सबसे कठिन रोल
"बेस्ट एक्टर"
को ही देता है..
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