* *जिनवाणी* *
*जीवन में तीन बाते कभी भी हो सकती हैं...*
१. 'पाप का उदय' कब आ जाए..
२. 'गति का बंध' कब हो जाए..
३. 'आयु का अंत' कब हो जाए...
इसलिए अपने परिणाम सदा काेमल रखने चाहिए
*रोजाना पढ़ो और चिंतन करो*---
पहला - *मरना अवश्य है ।*
दूसरा - *साथ कुछ नहीं जाना है ।*
तीसरा - *जो करेगा वो भरेगा ।*
चौथा - *जहाँ उलझो वहीं सुलझो ।*
पाँचवा - *जो है उसमें संतोष करो ।*
🙏 जय जिनेन्द्र 🙏
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