मैं हूँ "जैन " ..........
ना छुरी रखता हूं
ना पिस्तौल रखता हूं
" जैन " का बेटा हूं
दिल में जिगर रखता हूं
इरादों मे तेज़ धार रखता हूं
इस लिए हमेशा
अकेला ही निकलता हूँ
बंगले . गाडी तो " जैनियों " की घर घर
की कहानी हैं.......
.
.
तभी तो दुनिया " जैनियों "
की दिवानी हैं.
.
.
अरे मिट गये " जैनियों " को मिटाने वाले क्योकि आग मे
तपती " जैनियों " की जवानी है
.
.
ये आवाज नही शेर कि दहाड़ है….. हम खडे हो जाये
तो पहाड़
है….
.
.
हम इतिहास के वो सुनहरे पन्ने है…..
जो भगवान महावीर ने ही चुने है….
दिलदार और दमदार है " जैनि "
.
.
रण भुमि मे तेज तलवार है "जैनि "
पता नही कितनो की जान है " जैनि "
.
.
सच्चे प्यार पर कुरबान है
" जैनि "
.
.
यारी करे तो यारो के यार है
" जैनि "
और दुशमन के लिये तूफान है
" जैनि "
.
.
तभी तो दुनिया कहती है बाप रे खतरनाक है
" जैन " .
.
शेरो के बेटे शेर ही ज़ाने जाते हैं, लाखो के
बीच." जैन "
पहचाने जाते हैं।।
.
.
मौत देख कर किसी के पिछे छुपते नही ,
हम " जैन ",मरने से कभी डरते नही। हम
अपने आप पर गर्व
करते हैं, दुशमनों को "प्यार से समझाने का" जिगरा हम रखते हैं ,
.
.
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ,
तो भी कोई बात नहीं...
वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं,
बाँट दिया करते हैं।
" जैनियों " की शान के लीऐ
10 " जैनो " को शेयर करॊ
आप सभी को *जय-जिनेन्द्र*
No comments:
Post a Comment